कहानी संघर्ष की कहानी जीवन की कहानी मेहनत की कुछ कर दिखाने की आपमे से कई औरतों के लिए एक आदर्श कौन होगा कोई महिला जो बहुत अच्छा घर सम्भालती होगी या कोई महिला एक्ट्रेस या कोई महिला सिंगर या कोई महिला अधिकारी कुछ समय पहले मेरी भी इनमें से एक थी लेकिन आज न्यूज़ इंडिया टाइम के जरिये हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताएंगे जो इनमे से कुछ नही लेकिन जब मैं उनसे मिली बात की तो मुझे लगा कि जब ये अपने लिए इतना सब कुछ कर सकती है तो हम क्यों नही जी मैं एक ऐसी संघर्षी महिला के बारे में बात कर रही हु जो अपने घर को संभालने के साथ साथ अपने बच्चो का भविष्य अच्छा बनाने के लिए ओर अपने पति की मदद के लिए ऑटो चलाती है। *ममता* एक साधारण सी महिला है जो अपनी जीविका चलाने के लिए ऑटो चलाती है जी हा उनसे बात होने पर पता चला कि कुछ ही समय पहले उन पर मुसीबतो का पहाड़ टूट पड़ा लॉकडाउन के समय उनके पति की नौकरी चली गयी थी और अभी कुछ समय पहले उन्होंने ऑटो लिया लेकिन एक एक्सीडेंट में उनके पति को काफी चोट आई जिसके कारण अब वो काम करने में असहाय है और उसके बाद ममता जी के जीवन मे ओर परेशानिया आ गयी जिनके चलते उनके बच्चो के भविष्य पर भी रोक लग गयी इस ही कशमकश में ममता जी उलझी रही और फिर उन्होंने घर चलाने के कई रास्ते खोजे पर कोई फायदा नही हुआ लेकिन ममता जी ने फिर भी हार नही मानी और अंत मे उन्होंने ऑटो सीखने का फैसला किया और सीख कर उन्होंने अपने हरिद्वार जिले में चलाना शुरू किया ओर उनके रास्ते मे काफी दिक्कतें भी आयी लोग उनको बोलते थे कि महिला ऑटो चलाते हुए अच्छी नही लगती कुछ ऑटो ड्राइवर ने भी उनको काफी परेशान किया पर उन्होंने जो दृढ़ निष्चय किया वो उस पर अटल रही अब वो ऑटो चला कर अपने घर का भरण पोषण कर रही है।
*ममता* जी हरिद्वार के ज्वालापुर विष्णु लोक कॉलोनी में रहती है अपनी दो बेटी और बेटे के भविष्य के लिए दिन रात मेहनत करती हैं। और ममता जी सभी उन स्त्रियो के लिए एक प्रेरणा है जो अपने आप को कमजोर समझती है।
*न्यूज़ इंडिया टाइम* ये कामना करता है कि ममता जी ऐसे ही उननती करती रहे और सरकार उनकी कुछ सहायता अवश्य करे।
मैं नारी हूँ मैं शक्ति हूँ , तुम मुझे तोड़ ना पाओगे, कदम कदम पर तुम मेरी ही परछाई पाओगे, मेरे विचारों और मेरे हिम्मत को तुम झुठला ना पाओगे, अगर कोशिश करोगे तो खाक मे मिल जाओगे तुम्हारा अस्तित्व भी नारी से ये कभी भूल ना पाओगे।
ममता जी के लिए ये कुछ लाइन ओर उन सभी महिलाओं के लिए जो अपने जीवन मे कुछ करना चाहती है।
एडिटर-कोमल पुंडीर